*कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन कांफ्रेंस का उद्घाटन*
लखनऊ...
उत्तर प्रदेश में पहली बार होने वाली कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन (सीपीए) कांफ्रेंस का गुरुवार को झमाझम बारिश के बीच शुरू हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत सभी सीपीए कांफ्रेंस के सभी प्रतिनिधि बारिश के बीच विधान सभा के गलियारे पहुंचे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सातवें सम्मेलन का उद्घाटन किया। राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत क्षेत्र का सम्मेलन पहली बार उत्तर प्रदेश में हो रहा है। इससे पूर्व छठां सम्मेलन बिहार के पटना में आयोजित किया गया था।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सातवें सम्मेलन का उद्घाटन किया। राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत क्षेत्र का सम्मेलन पहली बार उत्तर प्रदेश में हो रहा है। इससे पूर्व छठां सम्मेलन बिहार के पटना में आयोजित किया गया था।
17 जनवरी को राज्यपाल करेंगी समापन। दो दिन चलने वाली कांफ्रेंस में जनप्रतिनिधियों की कार्यकुशलता वृद्धि और सदन की बैठकों का स्तर बेहतर बनाने पर चर्चा होगी। इसमें भाग लेने के लिए आस्ट्रेलिया और मलेशिया के पर्यवेक्षकों के अलावा विभिन्न प्रदेशों के सौ से अधिक प्रतिनिधि लखनऊ पहुंच चुके हैं। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन उद्घाटन सत्र में विशिष्ट सभा को संबोधित करेंगे। नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी, बसपा के दल नेता रितेश पाण्डेय समेत कई संसद सदस्य, विधानमंडल के वर्तमान व पूर्व सदस्य शामिल होंगे। विधानसभा मंडप में आहूत कार्यक्रम का समापन 17 जनवरी को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगी।
राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए)की राष्ट्रमंडल देशों में 180 से अधिक शाखाएं हैं।
विधान सभा अध्यक्ष ने बताया कि सम्मेलन में बजट प्रस्तावों पर चर्चा के समय जनप्रतिनिधियों की क्षमता बढ़ाना और जनप्रतिनिधियों का ध्यान विधायी कार्यों की ओर बढ़ाने पर उद्बोधन होंगे। पहले विषय पर राज्यसभा उप सभापति हरिवंश मुख्य भाषण देंगे जबकि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी दूसरे विषय पर मुख्य वक्ता होंगे। सदनों में व्यवधान पर भी विचार सदनों की बैठकों में व्यवधान बढ़ने और चर्चाओं के स्तर में सुधार पर भी सम्मेलन में विचार होगा। इस बारे में उनकी अध्यक्षता में एक कमेटी लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा गठित की गयी थी। कमेटी अपनी रिपोर्ट को तैयार कर रही है। सांसदों, विधायकों और विधि विशेषज्ञों से भी इस बारे में सुझाव आमंत्रित किए गए हैं।